रामगंगा नदी में बड़ा हादसा: फसल से लौटते समय सात लोग बहे, दो बच्चों के शव बरामद, एक अब भी लापता
रामगंगा नदी में बड़ा हादसा: फसल से लौटते समय सात लोग बहे, दो बच्चों के शव बरामद, एक अब भी लापता
मीडिया रायटर्स रिपोर्ट/हर्षराज सिंह
हरदोई। अरवल थाना क्षेत्र के अंतर्गत रामगंगा नदी में सोमवार को उस समय हृदयविदारक हादसा हो गया जब फसल देखकर लौट रहे एक ही परिवार के सात लोग नाव पलटने से नदी की तेज धारा में बह गए। इस हादसे में चार लोगों को सकुशल बचा लिया गया, जबकि तीन लोग लापता हो गए थे। देर रात तक चले रेस्क्यू अभियान में दो बच्चों के शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि एक किशोरी की तलाश जारी है।
हादसा दिवारी लाल और बलराम फेरे के परिवार के साथ हुआ। यह लोग रामगंगा नदी के पार अपने खेत में तरबूज और खरबूज की फसल देखने गए थे। शाम को लौटते समय जब वे कुंडा नदी की तेज धारा से नाव के जरिए पार हो रहे थे, तभी नाव असंतुलित होकर पलट गई। इससे सभी लोग पानी में जा गिरे।
घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए दिवारी लाल, सुमन, निर्मल और काजल को नदी से सुरक्षित बाहर निकाल लिया। मगर बलराम का 14 वर्षीय बेटा शिवम, 8 वर्षीय बेटी सुनैना और 13 वर्षीय भांजी सोनिका पानी में बह गए।
सूचना मिलते ही प्रशासन, पुलिस और राहत दल मौके पर पहुंचा। गोताखोरों की मदद से देर रात तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया, जिसमें शिवम और सुनैना के शव बरामद कर लिए गए हैं। हालांकि सोनिका का अभी भी कोई सुराग नहीं लग पाया है। उसकी तलाश मंगलवार को भी जारी रही।
एसपी नीरज कुमार जादौन रात में मौके पर पहुंचे और राहत कार्यों की समीक्षा की। इस दर्दनाक हादसे से पूरे गांव में शोक की लहर है, वहीं पीड़ित परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है।
यह घटना क्षेत्र में पुल की अनुपलब्धता पर सवाल खड़े करती है। ग्रामीणों का कहना है कि हर साल उन्हें जान जोखिम में डालकर नाव से नदी पार करनी पड़ती है। उन्होंने प्रशासन से जल्द स्थायी पुल निर्माण की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं से बचा जा सके।