पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में पूर्व सैनिकों का प्रदर्शन, पाकिस्तान व आतंकवाद के खिलाफ फूटा गुस्सा
पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में पूर्व सैनिकों का प्रदर्शन, पाकिस्तान व आतंकवाद के खिलाफ फूटा गुस्सा
मीडिया रायटर्स रिपोर्ट/हर्षराज सिंह
हरदोई।जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में हरदोई के पूर्व सैनिकों ने जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान पूर्व सैनिकों ने आतंकवाद और पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की और आतंकवाद के पोस्टरों पर जूतों की बरसात कर गुस्सा जताया।
शहीद उद्यान में एकत्र होकर पूर्व सैनिकों ने हाथों में तख्तियां लेकर पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ नारे लगाए – "पाकिस्तान मुर्दाबाद", "आतंकवाद मुर्दाबाद", "देश के दुश्मनों को बख्शा नहीं जाएगा" जैसे नारों से पूरा परिसर गूंज उठा। पूर्व सैनिकों ने कहा कि देश की एकता और अखंडता को चुनौती देने वाली ताकतों के खिलाफ केंद्र सरकार को और सख्त रुख अपनाना चाहिए।
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे कैप्टन राममूर्ति, जो कारगिल युद्ध में भी भाग ले चुके हैं, ने कहा, “हमने अपनी जान हथेली पर रखकर देश की रक्षा की है। देश में हमारे जवानों पर हमला हम बर्दाश्त नहीं कर सकते। सरकार को आतंक के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करनी चाहिए।”
पूर्व सैनिक राहुल सिंह ने कहा, “ये हमला सिर्फ सुरक्षाबलों पर नहीं, पूरे देश की अस्मिता पर हमला है। पाकिस्तान लगातार आतंकियों को पनाह दे रहा है और अब वक्त आ गया है कि उसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर पूरी तरह बेनकाब किया जाए।”
प्रदर्शन के दौरान पूर्व सैनिकों ने आतंकवाद का象ित्रण करने वाले पोस्टरों को जमीन पर रखकर उन पर जूतों से प्रहार किया और प्रतीकात्मक रूप से आतंकवाद को रौंदने का संदेश दिया।
पूर्व सैनिकों ने राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन भी प्रशासन को सौंपा, जिसमें मांग की गई कि आतंकियों और उनके मददगारों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए और शहीद जवानों के परिजनों को सर्वोच्च सम्मान व सहायता दी जाए।
इस प्रदर्शन में कारगिल युद्ध, सियाचिन व कश्मीर में सेवाएं दे चुके दर्जनों पूर्व सैनिक शामिल हुए। उन्होंने एक स्वर में कहा कि देश की सुरक्षा के लिए वे हर वक्त तैयार हैं।