शहीद लेफ्टिनेंट कर्नल उदय सिंह गौर की प्रतिमा पर गिरा पेड़, तीन दिन बाद हरकत में आई व्यवस्था, एसपी की तत्परता से टली बड़ी क्षति
शहीद लेफ्टिनेंट कर्नल उदय सिंह गौर की प्रतिमा पर गिरा पेड़, तीन दिन बाद हरकत में आई व्यवस्था, एसपी की तत्परता से टली बड़ी क्षति
मीडिया रायटर्स रिपोर्ट/हर्षराज सिंह
हरदोई। डीएम आवास के ठीक सामने स्थित लेफ्टिनेंट कर्नल उदय सिंह गौर पार्क में आंधी के दौरान एक विशाल पेड़ शहीद की प्रतिमा पर गिर गया था। घटना को तीन दिन बीत चुके थे, लेकिन न तो नगर पालिका और न ही वन विभाग ने इस ओर कोई ध्यान दिया। शहीद की प्रतिमा पर गिरे पेड़ को लेकर लापरवाही का आलम यह था कि वन विभाग का कार्यालय भी उसी मार्ग पर स्थित है, फिर भी पेड़ नहीं हटाया गया। यह संवेदनहीनता की पराकाष्ठा कही जा सकती है।
स्थानीय नागरिकों ने कई बार प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। यदि समय रहते पेड़ नहीं हटाया जाता, तो शहीद की प्रतिमा को गंभीर क्षति पहुंच सकती थी।
ऐसे में जिले के पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार जादौन ने सराहनीय पहल की। जब उन्हें इस विषय की जानकारी मिली, तो उन्होंने तुरंत शहर कोतवाल संजय त्यागी को निर्देशित किया। कोतवाल अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और तत्परता से पेड़ को हटवाकर प्रतिमा को नुकसान से बचा लिया।
एसपी जादौन की इस संवेदनशीलता और त्वरित कार्रवाई की शहरवासी जमकर सराहना कर रहे हैं। देशभक्ति और कर्तव्यनिष्ठा की प्रतीक मानी जा रही इस पहल ने एक बार फिर यह साबित किया है कि यदि अधिकारी चाहें तो किसी भी समस्या का तत्काल समाधान संभव है।
शहीद लेफ्टिनेंट कर्नल उदय सिंह गौर की प्रतिमा को संरक्षित करने के लिए उठाया गया यह कदम न केवल शहीदों के सम्मान की रक्षा करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि पुलिस प्रशासन जनभावनाओं के प्रति कितना जागरूक और जिम्मेदार है।
अब नगर पालिका और वन विभाग की भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं कि जब डीएम आवास के सामने ऐसी लापरवाही हो सकती है, तो बाकी इलाकों की स्थिति क्या होगी