हरदोई में अवैध खनन का गोरखधंधा जारी, पुलिस-प्रशासन मौन, रात के अंधेरे में मिट्टी का खनन, दिन के उजाले में होता मौरंग का अवैध कारोबार
हरदोई में अवैध खनन का गोरखधंधा जारी, पुलिस-प्रशासन मौन, रात के अंधेरे में मिट्टी का खनन, दिन के उजाले में होता मौरंग का अवैध कारोबार
मीडिया रायटर्स रिपोर्ट/हर्षराज सिंह
हरदोई जनपद में खनन माफिया दिन-रात धरती का सीना चीरकर अवैध मिट्टी और मौरंग के अवैध कारोबार धड़ल्ले से कर रहे हैं। सिल्ट सफाई और ढुलाई के नाम पर मिट्टी का अवैध खनन खुलेआम किया जा रहा है, वहीं रात के अंधेरे में यह गतिविधियां और तेज हो जाती हैं। ओवरलोड ट्रक और डंपर धड़ल्ले से सड़कों पर दौड़ते हैं।
दिन में बुंदेलखंड से लाई गई मौरंग को अवैध तरीके से बेचा जाता है। सड़क किनारे ही ओवरलोड डंपर और ट्रक को चौकी से महज 50 मीटर की दूरी पर खड़ा किया जाता है। इस कार्य में शामिल डंपर और ट्रकों की नंबर प्लेट या तो गायब रहती है या फिर किसी कपड़े अथवा मिट्टी से ढक दी जाती है, जिससे इनकी पहचान न हो सके। खास बात यह है कि यह अवैध कारोबार कई बार पुलिस चौकियों और थानों के नजदीक भी खुलेआम होता है, लेकिन पुलिस और प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।
हालांकि शासन द्वारा हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाना अनिवार्य किया गया है, फिर भी हरदोई में बड़ी संख्या में ऐसे वाहन देखे जा सकते हैं जिन पर या तो नंबर प्लेट नहीं लगी है या उसके साथ छेड़छाड़ की गई है। इन वाहनों से मौरंग और मिट्टी का अवैध परिवहन किया जा रहा है।
यह ट्रक व डंपर बुंदेलखंड से भरकर हरदोई तक का सफर तय करते हैं, लेकिन हैरानी की बात यह है कि न तो रास्ते में आरटीओ इन पर ध्यान देता है, और न ही पुलिस इन्हें चेक करती है। बिलग्राम चुंगी जैसे स्थानों पर ये भारी वाहन खुलेआम खड़े रहते हैं और वहीं से आस-पास के इलाकों में मौरंग भेजी जाती है।
सड़क पर ट्रकों की अव्यवस्थित पार्किंग से यातायात बाधित होता है, जिससे आमजन खासकर सुबह के वक्त स्कूल जाने वाले बच्चों को भारी परेशानी होती है। इस संबंध में जब एआरटीओ संजीव कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वे फिलहाल तीन दिन के लिए शहर से बाहर हैं और लौटने के बाद ही कुछ कह सकेंगे।
प्रशासन की इस लापरवाही से खनन माफिया के हौसले बुलंद हैं और सरकारी राजस्व को रोजाना लाखों का चूना लगाया जा रहा है।