हरदोई में डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा स्वास्थ विभाग, 124 पद है रिक्त, एक लाख से अधिक आबादी पर एक डॉक्टर
हरदोई में डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा स्वास्थ विभाग, 124 पद है रिक्त, एक लाख से अधिक आबादी पर एक डॉक्टर
मीडिया रायटर्स रिपोर्ट/ राजीव कुमार मिश्र
देश के साथ-साथ हरदोई में डॉक्टरों की कमी से मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।हरदोई में पहले ही स्वस्थ कर्मियों की कमी से मरीजों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।हरदोई में मरीजों को बेहतर उपचार देने के लिए कई मशीन तो लगाई गई लेकिन टेक्नीशियन की कमी के चलते मशीन शोपीस बनी हुई है वही हरदोई के मेडिकल कॉलेज से लेकर 100 शैया अस्पताल तक डॉक्टरों की भी कमी से जनपद जूझ रहा है। हरदोई में यह हालत जब है तब जब हरदोई जनपद से उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री आते हैं। हरदोई के सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों के लगभग 124 पद खाली हैं। ऐसे में अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। डॉक्टर की कमी को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने भी संसद में एक बयान दिया था जो कि अब चर्चा का विषय बना हुआ है।हरदोई जनपद की आबादी 2011 के आंकड़ों के मुताबिक लगभग 41 लाख है जबकि सीएमओ के अधीन महज 29 स्थाई चिकित्सक तैनाती जनपद में है। ऐसे में 141369 की आबादी पर महज एक डॉक्टर उपचार के लिए उपलब्ध है हरदोई मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी के अधीन 153 पदों के सापेक्ष 29 पर ही स्थाई चिकित्सकों की तैनाती है।
*सीएचसी पीएचसी पर भी डॉक्टरों का अभाव*
हरदोई जनपद में मुख्य चिकित्सा अधिकारी के अधीन एक सौ शैया संयुक्त चिकित्सालय के अलावा 21 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। प्रत्येक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के क्षेत्र में औसतन तीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भी संचालित है। जनपद में कुल 61 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है। आंकड़ों पर नजर डालें तो 30000 से 50000 की आबादी पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जबकि 80000 से सवा लाख की आबादी पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाया जाता ह।हरदोई जनपद में कुल 82 सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों के 153 पद हैं इनमें स्त्री रोग विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ, पैथोलॉजिस्ट, जनरल सर्जन,जनरल फिजिशियन, नेत्र रोग विशेषज्ञ परामर्शदाता आदि के पद शामिल हैं।मौजूदा समय में 153 पदों के सापेक्ष केवल 29 पदों पर स्थाई चिकित्सकों की तैनाती हो रखी है जबकि 124 पद डॉक्टर के हरदोई में खाली है।ऐसे में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचने वाले मरीजों को डॉक्टरों की कमी के चलते निजी पैथोलॉजी और निजी चिकित्सकों के पास दौड़ लगानी पड़ रही है।हरदोई के सौ शैया अस्पताल से लेकर मेडिकल कॉलेज तक कई बीमारियों के डॉक्टर भी उपलब्ध नहीं है। ऐसे में यदि शासन की ओर से रिक्त पदों पर डॉक्टरों की तैनाती की जाती है तो जनपद के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।