हत्याहरण तीर्थ मेले में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, एसपी ने सुरक्षा व्यवस्था का लिया जायजा
हत्याहरण तीर्थ मेले में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, एसपी ने सुरक्षा व्यवस्था का लिया जायजा
मीडिया रायटर्स रिपोर्ट/हर्षराज सिंह
हरदोई में भाद्रपद माह के अवसर पर जनपद के पौराणिक हत्याहरण तीर्थ स्थल, थाना बेनीगंज क्षेत्र में रविवार को आयोजित मेले में हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। इस दौरान पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार जादौन ने स्वयं स्थल पर पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण किया और मौजूद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उनके साथ क्षेत्राधिकारी अजीत चौहान सहित स्थानीय अधिकारी भी मौजूद रहे।
हत्याहरण सरोवर की मान्यता प्राचीन काल से जुड़ी है। कहा जाता है कि त्रेतायुग में श्रीराम ने रावण वध के बाद ब्रह्महत्या के पाप से मुक्ति पाने के लिए यहीं स्नान किया था। इसी प्रकार महाभारत युद्ध के बाद पांडवों ने भी इस सरोवर में आस्था की डुबकी लगाई थी। तीर्थ स्थल पर स्थित प्राचीन शिव मंदिर में विराजमान पंच शिवलिंग पांडवों द्वारा स्थापित बताए जाते हैं। यही कारण है कि सावन के बाद भाद्रपद माह के प्रत्येक रविवार को यहां स्नान-पूजन का विशेष महत्व माना जाता है।
रविवार सुबह से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया और दोपहर तक पूरा परिसर आस्थावानों से भर गया। पुरुष, महिलाएं और बच्चे सरोवर में डुबकी लगाकर पुण्यलाभ प्राप्त करते नजर आए। आसपास के मंदिरों में पूजा-अर्चना और धार्मिक अनुष्ठान भी संपन्न हुए।
मेले में धार्मिक आस्था के साथ-साथ उल्लास का भी वातावरण रहा। मिठाई, खिलौने, बर्तन और घरेलू सामान की दुकानों पर भीड़ लगी रही। बच्चों ने झूलों और अन्य मनोरंजन के साधनों का आनंद उठाया, जबकि महिलाएं पारंपरिक खरीदारी में व्यस्त दिखीं। ग्रामीणों ने बताया कि यह मेला न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि सामाजिक मेलजोल का भी बड़ा माध्यम है, जिसका इंतजार लोग साल भर करते हैं।
भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने रूट डायवर्जन, अस्थायी पार्किंग और ट्रैफिक व्यवस्था की विशेष योजना बनाई। श्रद्धालुओं को कोथावां-अतरौली मार्ग से करीब दो किलोमीटर पैदल चलकर तीर्थ स्थल पहुंचना पड़ा। सुरक्षा प्रबंधन के तहत बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात रहे और लगातार गश्त करते रहे, जिससे मेले में शांति और व्यवस्था बनी रही।
दिनभर चली चहल-पहल के बीच श्रद्धालुओं ने परंपरागत आस्था के साथ स्नान-पूजन कर पापमुक्ति की कामना की। देर शाम तक मेले में उत्साह और रौनक का माहौल बना रहा। प्रशासन का कहना है कि श्रद्धालुओं की भीड़ के बावजूद कहीं कोई अव्यवस्था नहीं हुई और आयोजन शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ।