संडीला का श्री महावीर झंडा मेला : गंगा-जमुनी तहजीब की अनूठी मिसाल
संडीला का श्री महावीर झंडा मेला : गंगा-जमुनी तहजीब की अनूठी मिसाल
मीडिया रायटर्स रिपोर्ट/हर्षराज सिंह
हरदोई में सण्डीला की धरती पर हर वर्ष भाद्र मास में लगने वाला पौराणिक और ऐतिहासिक श्री महावीर जी झंडा मेला आज भी हिंदू-मुस्लिम एकता की गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल पेश करता है। सैकड़ों वर्षों से चली आ रही इस परंपरा में मुस्लिम समुदाय की विशेष भूमिका रहती है। मुस्लिम भाई जहां झंडों पर कढ़ाई से “जय श्रीराम” और “हनुमान जी” का नाम अंकित करते हैं, वहीं हिंदू श्रद्धालुओं का फूल मालाओं से स्वागत भी करते हैं।
फूल मालाओं और झांकियों से सजा मेला
संडीला में इस दौरान भव्य मेला लगाया गया और झंडा कमेटी द्वारा भव्य शोभायात्रा निकाली गई। यह यात्रा इमलिहाबाग से शुरू होकर बस अड्डा चौराहे तक पहुंची। रास्ते भर यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं का जगह-जगह स्वागत हुआ। खास बात यह रही कि गौसिया मस्जिद के पास मुस्लिम समुदाय ने मेला कमेटी अध्यक्ष शैलेश अग्निहोत्री का सम्मान कर आपसी भाईचारे का संदेश दिया। यात्रा में शामिल सुंदर व मनमोहक झांकियों ने लोगों का मन मोह लिया। डीजे और गाजे-बाजे की धुन पर श्रद्धालु झूमते नजर आए। सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस बल के साथ एनसीसी और स्काउट के छात्र भी मुस्तैद रहे।
चार दिनों तक रहता है आयोजन
झंडा कमेटी अध्यक्ष शैलेश अग्निहोत्री ने बताया कि मेला चार दिनों तक चलता है, जिसमें विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। मंदिर परिसर में हवन-पूजन और अखंड कीर्तन का भी आयोजन होता है। श्रद्धालुओं का विश्वास है कि यहां मांगी गई मन्नत अगले वर्ष मेला आने से पहले पूरी हो जाती है।
इतिहास से जुड़ी मान्यता
इस मेले की परंपरा लगभग 150 वर्ष पुरानी बताई जाती है। अंग्रेजी शासनकाल में हिंदू समाज ने अपनी अस्मिता की रक्षा हेतु लाठी के सिरे पर झंडा लगाकर इसे शुरू किया था। मान्यता है कि एक अंग्रेज अधिकारी ने जब श्री महावीर जी झंडे का विरोध किया, तो उसके परिवार में विपत्ति आई। बाद में उसने मंदिर आकर क्षमा मांगी और तभी से यह मेला आस्था और विश्वास का प्रतीक बन गया।
आस्था और भाईचारे का प्रतीक
आज भी संडीला का यह झंडा मेला सिर्फ धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि हिंदू-मुस्लिम भाईचारे का जिंदा प्रतीक है। यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु जुटते हैं और आपसी सौहार्द की अनूठी मिसाल पेश करते हैं।