खेत में दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या, गांव में सनसनी – पुलिस की नाकामी से दबंगों के हौसले बुलंद
खेत में दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या, गांव में सनसनी – पुलिस की नाकामी से दबंगों के हौसले बुलंद
मीडिया रायटर्स रिपोर्ट/हर्षराज सिंह
हरदोई। जिले के माधौगंज थाना क्षेत्र के जैदीपुर गांव में दलित युवक की बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान 22 वर्षीय रोहित पुत्र बालकराम के रूप में हुई है, जो खुद रोजगार सेवक था। रविवार देर शाम वह अपने खेत में धान की फसल की सिंचाई कर रहा था, तभी अज्ञात लोगों ने उस पर हमला बोल दिया। आरोप है कि दबंगों ने लात-घूंसों और डंडों से पिटाई करने के बाद उसका गला दबाकर हत्या कर दी।
ग्रामीणों का कहना है कि रोहित का गांव के ही कुछ लोगों से तीन-चार माह पहले मंदिर पर गाना बजाने को लेकर विवाद हुआ था। उस समय भी दबंगों ने उस पर जानलेवा हमला किया था, जिसके चलते वह कोमा में चला गया था और लखनऊ में करीब 15 दिन तक भर्ती रहा। उस मामले में हत्या के प्रयास (धारा 307) के तहत मुकदमा लिखा गया था, लेकिन दबंगों पर कार्रवाई न होने से उनके हौसले बुलंद हो गए और अब उन्होंने दोबारा हमला कर युवक की जान ले ली।
मृतक रोहित चार बहनों का इकलौता भाई था। उसके असमय निधन से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। गांव में सनसनी और आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस की लापरवाही और दबंगों से मिलीभगत ने इस हत्या की जमीन तैयार की। एक बार पहले भी हमले का शिकार हो चुके रोहित की सुरक्षा सुनिश्चित करने में पुलिस पूरी तरह नाकाम रही।
घटना की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी, सीओ बिलग्राम रवी प्रकाश सिंह और एएसपी नृपेन्द्र कुमार मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। पुलिस का कहना है कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और मामले की जांच की जा रही है। हालांकि परिजनों ने गांव के ही कई लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है और नामजद तहरीर दी है।
दलित युवक की खुलेआम पिटाई कर हत्या ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर दबंगों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई क्यों नहीं करती? गांव के लोगों का कहना है कि यदि पहले हमले के बाद सख्त कार्रवाई होती तो रोहित की जान बच सकती थी। अब देखना होगा कि पुलिस इस हत्या के मामले में कितनी गंभीरता दिखाती है।