टोडरपुर पंचायत में लाखों की सरकारी धनराशि हड़पने का खेल, बीडीओ की रिपोर्ट के बाद FIR दर्ज
टोडरपुर पंचायत में लाखों की सरकारी धनराशि हड़पने का खेल, बीडीओ की रिपोर्ट के बाद FIR दर्ज
मीडिया रायटर्स रिपोर्ट/राजीव कुमार मिश्र
हरदोई। जनपद की टोडरपुर ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार और लापरवाही का बड़ा मामला उजागर हुआ है। पंचायत में अंत्येष्टि स्थल, RRC सेंटर और पंचायत लर्निंग सेंटर के निर्माण कार्यों के लिए लाखों रुपये की धनराशि निकाल लिए जाने के बावजूद मौके पर कार्य अधूरे पाए गए। खंड विकास अधिकारी के औचक निरीक्षण में खुलासा होने पर ग्राम प्रधान श्याम बाबू त्रिवेदी और ग्राम विकास अधिकारी कौशलेन्द्र राजपूत के खिलाफ बेहटा गोकुल थाने में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
जांच रिपोर्ट के मुताबिक, पंचायत को RRC निर्माण के लिए पर्याप्त धनराशि दी गई थी, लेकिन महीनों से काम ठप पड़ा है और केवल नींव से ऊपर तक ही निर्माण कराया गया। अंत्येष्टि स्थल के लिए 24 लाख रुपये से अधिक स्वीकृत हुए, लेकिन छह माह बाद भी कोई कार्य नहीं कराया गया। वहीं पंचायत लर्निंग सेंटर के लिए जारी 7 लाख रुपये में से 90 प्रतिशत धनराशि खर्च दिखा दी गई, जबकि मौके पर भवन अधूरा और बंद पड़ा मिला। न फर्नीचर खरीदा गया, न बिजली, न स्मार्ट टीवी और न ही अन्य आवश्यक सामग्री।
पंचायत भवन का हाल और भी बदतर मिला। परिसर में जलभराव, टूटी दीवारें, खराब शौचालय, न पेयजल की सुविधा और न ही कंप्यूटर फर्नीचर उपलब्ध है। सचिवालय पूरी तरह निष्क्रिय पड़ा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि प्रधान और सचिव ने मिलीभगत कर योजनाओं की धनराशि गबन कर ली है और जनता को मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखा गया है।
BDO और सहायक विकास अधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर जिला प्रशासन ने तत्काल एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। SHO बेहटा गोकुल ने पुष्टि की कि मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी गई है।
यह मामला पंचायत स्तर पर भ्रष्टाचार की जड़ों को उजागर करता है। अब देखना होगा कि प्रशासन कितनी कठोर कार्रवाई कर दोषियों को सजा दिलाता है या फिर मामला कागजी खानापूर्ति तक सीमित रह जाता है।