हरदोई में दर्दनाक हादसा, बोरवेल का टीला धंसा, रेस्क्यू कर निकाले गए मिट्टी में दबे पिता-पुत्र, बेटे की हुई मौत
हरदोई में दर्दनाक हादसा, बोरवेल का टीला धंसा, रेस्क्यू कर निकाले गए मिट्टी में दबे पिता-पुत्र, बेटे की हुई मौत
मीडिया रायटर्स रिपोर्ट/राजीव कुमार मिश्र
हरदोई। पिता-पुत्र बंद पड़े बोरवेल से ईंटे निकाल रहे थे,उसी बीच टीला धंसने से दोनों मिट्टी के नीचे दब गए। इसका पता होते ही पुलिस ने पोकलैंड मशीन से करीब ढाई घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाते हुए पिता-पुत्र को बाहर तो निकाल कर फिलहाल पिता को तो बचा लिया गया,लेकिन उसके पुत्र को नहीं बचाया जा सका। ये हादसा माधौगंज थाने के इकसई गांव में होना बताया गया है।
बताया गया है कि इकसई गांव निवासी 45 वर्षीय बंशीलाल लुधियाना के एक पैलेस में हलवाई का काम करता था,होली पर वह गांव आया हुआ था। बंशीलाल शनिवार की सुबह अपने 13 वर्षीय पुत्र जसवंत को साथ ले कर बंद पड़े बोरवेल से ईंटें निकाल रहा था,उसी बीच मिट्टी का टीला धंस गया और दोनों पिता-पुत्र उसके नीचे दब गए। इसका पता होते ही वहां गंगा एक्सप्रेस-वे पर काम कर रहे मज़दूर दौड़ पड़े। मौके पर माधौगंज पुलिस भी पहुंच गई।आनन-फानन में दोनों पिता-पुत्र को बचाने के लिए पुलिस ने एक्सप्रेस-वे पर काम में लगी पोकलैंड मशीन से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरु किया गया। करीब ढाई घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद मिट्टी में दबे बंशीलाल और उसके पुत्र जसवंत को बाहर निकाला गया। बंशीलाल तो फिलहाल बच गया,लेकिन जसवंत को तमाम कोशिशों के बाद भी नहीं बचाया जा सका। पुलिस के अलावा फोरेंसिक टीम वहां हादसे से जुड़े हर एक पहलू की जांच कर रही है।
बहनों का इकलौता भाई था जसवंत
इकसई निवासी बंशीलाल की चार बेटियों 19 वर्षीय ज्योति,17 वर्षीय दिव्या,12 वर्षीय जुड़वां नीतू और श्वेता से बड़ा 13 वर्षीय इकलौता पुत्र जसवंत था। शनिवार की सुबह एका-एक हुए दर्दनाक हादसे की खबर सुन कर हर कोई सहम गया। बंशीलाल के इकलौते बेटे की मौत होने से उसके घर में मौत का मातम बरपा हो गया है।
9 वीं का छात्र था जसवंत
इकसई के बंशीलाल की चार बेटियों में इकलौता बेटा जसवंत ज्ञानवती इण्टर कालेज में 9 वीं का छात्र था। हादसे में उसकी मौत होने की खबर सुन कर उसके कालेज में हड़कंप मच गया। साथ में पढ़ने वाले तमाम छात्र उसके घर की तरफ दौड़ पड़े। आस-पड़ोस के कई गांवों के लोग भी बंशीलाल के घर के बाहर इकट्ठा हो गए।