कांग्रेस द्वारा लगाए गए 21 महीने के आपातकाल के 50 वर्ष पूरे होने पर भाजपा ने की प्रेस वार्ता, आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ को काले दिवस के रूप में मनाया
कांग्रेस द्वारा लगाए गए 21 महीने के आपातकाल के 50 वर्ष पूरे होने पर भाजपा ने की प्रेस वार्ता, आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ को काले दिवस के रूप में मनाया
मीडिया रायटर्स रिपोर्ट/हर्षराज सिंह
हरदोई।कांग्रेस द्वारा 1975 से 1977 तक 21 महीने की लगाई गई एमरजेंसी को भारतीय जनता पार्टी कला दिवस के रूप में मना रहे हैं इसको लेकर जनपद के प्रभारी मंत्री ने नगर पालिका के सभागार में एक प्रेस वार्ताकर की प्रभारी मंत्री ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा की कांग्रेस द्वारा लगाए गए आपातकाल के आज 50 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं। जिसको हम लोग काले दिवस के रूप में मना रहे हैं। कांग्रेस लगातर संविधान की हत्या करती आ रही है। इसका सबसे काला कालखंड 1975 से लेकर 1977 तक 21 महीने का आपातकाल है। जब कांग्रेस ने आपातकाल की घोषणा की थी वहीं प्रभारी मंत्री हैं कहा थी इसको लेकर आज प्रधानमंत्री द्वारा एक पुस्तक का भी वीमोचन किया जा रहा है जिसमें हमारे तब के पुराने नेता रहे आदरणीय अटल बिहारी वाजपेई, लाल कृष्ण अडवाणी, राजनाथ सिंह सहित तमाम नेताओं ने गिरफ्तारी से बचते और विपरित परिस्थितियों में अपनी पहचान छिपाते हुए आपातकाल से लड़ते हुए लोगों की मदद की है। कांग्रेस को देश को जवाब देना चाहिए कि आखिर एमरजेंसी क्यों लगाई गई थी या फिर देश से माफी मंगनी चाहिए लेकिन कांग्रेस ने ना तो जवाब दिया है और ना ही माफी मांगी है।
मुख्यमंत्री द्वारा सामूहिक विवाह योजना में हुऎ फर्जीवडे के बाद कुछ बदलाव किए गए हैं इसपर पर जवाब देते हुऎ प्रभारी मंत्री असीम अरुण ने कहा की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के द्वारा लाखों गरीब कन्याओं का विवाह किया जा चुका है लेकिन बीते समय कुछ मामले सामने आए थे जब दूल्हे की जगह किसी अन्य को बैठाल कर भ्रष्टाचार की कोशिश की गई थी जानकारी होने पर हमारी सरकार ने कार्यवाही की और अब कुछ बदलाव किए जिसमें सामूहिक विवाह योजना में शामिल होने वाले जोड़े का बायोमैट्रिक वेरिफिकेशन कराया जाएगा इसके साथ ही रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में भी जरूरत के अनुसार बदलाव किए जा सकते हैं। ताकि भ्रष्टाचार की कोई भी गुंजाइश न रहे।
पत्रकारों ने पूछा कि जिस तरह से विपक्ष लगातर भारतीय जनता पार्टी पर अघोषित एमरजेंसी लगाने का आरोप लगा रहा है तो तब की इमरजेंसी और अब की इमरजेंसी में क्या अंतर है इस पर आपका क्या कहना है तो जवाब देते हुऎ प्रभारी मंत्री असीम अरुण ने कहा की आप लोग देखिए इस समय सबको अपनी बात कहने की आजादी है आप लोग खुल कर सवाल पूंछ रहे हैं और हम जवाब दे रहे हैं कोई सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी बात रखता है।